एकवचन और बहुवचन की बात करते है लोग
एकवचन और बहुवचन का अर्थ तो बतलाओ
उसकी व्याख्या खुल कर तो समझाओ
माँगते है राय हमारी
कुछ न कहे तो
चुप ही रहे तो
कहते है तुम बेअक्ल हो
दिमाग नही है
क्या सोचते हो
एकवचन और बहुवचन की इस दौड़ मे
क्या समझे और क्या समझाए
बस अंत मे यही सोचकर चुप है
एकवचन और बहुवचन की
इस उलझन मे हम तो गुम है
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDelete