ज़िन्दगी
कौन कहता है ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी है ?
इसे जीकर देखो तो जानो ये क्या है
जीते है वही जो जिंदा दिल हैं
हर मुसीबत हर परेशानी को भुलाकर जो जीए
wahi तो असली ज़िन्दगी है
Saturday, November 5, 2011
Saturday, October 2, 2010
Friday, October 1, 2010
Sunday, April 5, 2009
इंसानियत
आज इंसान मे इंसानियत कहाँ
हर कोई लड़ रहा है अपने लिए
ख़ुद ही जीने की कोशिश मे
कर रहा अपना हनन
अनजान बन के खो रहा
अपने जीने का चलन
ऐ इंसान ख़ुद से ऊपर उठ
इंसानियत को दे जनम
पायेगा जो तू चाहेगा
होगा दुखो से फिर तेरा अंत
हर कोई लड़ रहा है अपने लिए
ख़ुद ही जीने की कोशिश मे
कर रहा अपना हनन
अनजान बन के खो रहा
अपने जीने का चलन
ऐ इंसान ख़ुद से ऊपर उठ
इंसानियत को दे जनम
पायेगा जो तू चाहेगा
होगा दुखो से फिर तेरा अंत
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